पर्वतों पर चाँँदनी बिछने लगी शीत ऋतु का आगमन है मेघ मंडराने लगे हैं घाटियों में पवन पर्वतों पर चाँँदनी बिछने लगी शीत ऋतु का आगमन है मेघ मंडराने लगे हैं घाट...
माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो
कहीं चले जाओ आप, बस दिल का साफ होना जरूरी है दिल में ही तो है इंसानियत, जो हमारी रूह कहीं चले जाओ आप, बस दिल का साफ होना जरूरी है दिल में ही तो है इंसानियत, ...
तेरे दर्द का कोई ऐंटिडोज ही नहीं, इस दुनिया में, तेरे दर्द का कोई ऐंटिडोज ही नहीं, इस दुनिया में,
फ़िर से जाग उठी तलवार है असत्य पर कर रही ये प्रहार है। फ़िर से जाग उठी तलवार है असत्य पर कर रही ये प्रहार है।
वो कहते हैं अब भूल भी जाओ क्या रखा है बीती बातों में वो कहते हैं अब भूल भी जाओ क्या रखा है बीती बातों में